Автор | Тема: [news] Поломка предметов и владения |
wellenrausch
|
1521 |
| написано: 22.07.2004 12:19:55 |
а у меня уже снайперка!=( |
|
)_OMEGA_(
|
1522 |
| написано: 22.07.2004 13:35:14 |
|
грабля
|
1523 |
| написано: 22.07.2004 14:08:23 |
Короче--вся эта еб......ганжа с ее придумками новыми достала не вернете все на
место я свалю а уж арты покупать точно не буду меня мама родила не идиотом!!!!!
еще раз подумай Илья!!! |
|
Полынь
|
1524 |
| написано: 22.07.2004 14:24:39 |
|
Полынь
|
1525 |
| написано: 22.07.2004 14:25:36 |
|
RAIDER1
|
1526 |
| написано: 22.07.2004 14:31:48 |
нас до сих пор просто игнорируют и всё!!!!!!
наше мнение никому не интересно абсолютно?
РАЗ МЫ ДЛЯ АДМИНОВ НИЧЕГО НЕ ЗНАЧИМ ТО ЗАЧЕМ НАМ ТОГДА ИГРАТЬ ВООБЩЕ?
ПОСМОТРИТЕ И ТАК КУЧА НАРОДА УЖЕ ПРОСТО ИГНОРИРУЕТ БОИ, А ИЗ-ЗА ТЕХ КРЕТИНОВ ЧТО
ПРОДОЛЖАЮТ ВОЕВАТЬ МЫ НОРМАЛЬНЫЕ ЛЮДИДИ НИКОГДА НЕ ДОБЬЁМСЯ ОТМЕНЫ ЭТИХ НОВЫХ И
ПОИСТИНЕ ИДИОТСКИХ ПРАВИЛ ПРО ПОЛОМКИ И УМЕНИЯ!!!!!
МОЖЕТ БЫТЬ ИЛЬЯ В ШКОЛЕ ПОЛУЧАЛ ОЦЕНКИ
2,7 3,5 7,9 В ДНЕВНИК
ИЛИ МОЖЕТ ОН ПРАВ НА 250% ИЛИ НА -175%
ВОТ ТАКОЙЖЕ ЭТО АБСУРД И ИДИОТИЗМ КАК И НОВЫЕ ЭТИ ПРАВИЛА
С КОТОРЫМИ ЯВНО 97% НАРОДУ НЕ СОГЛАСНО ТАК ИЛИ ИНЕЧЕ
ЭТО ФАКТ А ФАКТ ЭТО ВСЁ
Я ВОТ ПЕРЕЖИВАЛ ЧТО УЕДУ ЩА В ОТПУСК НА 1,5 МЕСЯЦА И НЕ БУДУ ИГРАТЬ! А ТЕПЕРЬ?
ДА Я ТОКА РАД - И ТРАФФИК ЦЕЛЕЕ БУДЕТ ! ! !
Я ПОД ДУДКУ ВСЯКИХ "БОЖКОВ" ПЛЯСАТЬ НЕ БУДУ ! ! ! ! ! |
|
грабля
|
1527 |
| написано: 22.07.2004 15:01:43 |
Слышь полынь я те варежку заткну и уши твои в жопу твою засуну |
|
Durasell
|
1528 |
| написано: 22.07.2004 15:27:34 |
ну сделайте вместо 0.3 хотяб 0.5 !!!!! |
|
Denth Face
|
1529 |
| написано: 22.07.2004 16:37:25 |
Не получать опыт в боях - это глупо. Я конечно понимаю, что Илья старался для
улучшения игры и т.д. Но... Представте есть 2 боксёра, оба выступают, один
успешно (практически всегда выигрывает) другой неочень (практически всегда
проигрывает, ну не везёт и всё). Через 10 лет оба закончили карьеру, проведя при
этом одинаковое количество боёв. И что, разве второй боксёр менее опытный чем
первый??? |
|
Yakuma
|
1530 |
| написано: 22.07.2004 19:35:46 |
:(((((
ej!!!!tak nechestna:(((( |
|
RAIDER1
|
1531 |
| написано: 22.07.2004 19:42:35 |
1529 - НЕ ФИГА ОН НЕ СТАРАЛСЯ ПРОСТО ХОЧЕТ ПРИКРЫТЬ ПРОЕКТ КАК НАДОЕВШИЙ
1530 А ВОТ ЭТО ОЧЕНЬ ТОЧНО СКАЗАНО |
|
A-headed
|
1532 |
| написано: 22.07.2004 21:48:31 |
|
Принцесса Дури
|
1533 |
| написано: 23.07.2004 01:04:29 |
6. Аналогично
Ну хотя бы не 0.3 а 0.5 |
|
El Romeo
|
1534 |
| написано: 23.07.2004 01:54:13 |
Полный отстой!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!! |
|
Ramstain
|
1535 |
| написано: 23.07.2004 06:39:52 |
дану бред вот как мне умение качать со спекторами до кольтов бредовая идея ни
опыту ни умение терь чтоли ? |
|
HETO
|
1536 |
| написано: 23.07.2004 06:45:24 |
зачем????
так плохо теперь умения качать:((( |
|
HETO
|
1537 |
| написано: 23.07.2004 06:45:34 |
зачем????
так плохо теперь умения качать:((( |
|
DINDIK
|
1538 |
| написано: 23.07.2004 06:52:41 |
Да ну эта ерундистика какая то зделайте все обратно:((((!!! |
|
анька 666
|
1539 |
| написано: 23.07.2004 07:35:25 |
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 avik666
avik666 avik666 avik666 avik666 avik666 |
|
xLamerr
|
1540 |
| написано: 23.07.2004 09:18:29 |
Всё что я могу сказать- эта фигня только даёт артовикам ещё большее приимущество
в игре!! Раньше артовики на старших уровнях проигрывали, потому что им давалось
мало умения, теперь же умения у них будет больше... что-то мне напоминает это
www.combats.ru ( играл там-такая лажа ) а теперь ганжа станет такой лажой...
неее... я против.. блин !!
Товарищи Админы ВАМ БОЛЬШЕ ДЕНЕГ ЗАХОТЕЛОСЬ ?!??! Нельзя просто попросить!! я бы
пожертвовыл... и уверен что не я такой один.. со всех бы вам набралось
достаточно.. а вот зачем делать так чтобы всё время выигрывали артовики я не
понемаю...!!! |
|